नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) अब अगले साल ऑनलाइन कोर्स लाने की तैयारी कर रहा है। अभी एसओएल पांच अंडरग्रैजुएट और पांच पीजी कोर्स की पढ़ाई ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ओडिएल) मोड से पढ़ाए जाते हैं। एसओएल में रेग्युलर क्लासें नहीं होती और वो स्टूडेंट्स को स्टडी मटीरियल भी देता है, जो ऑनलाइन भी लिया जा सकता है। मगर अब एसओएल का इरादा है कि अगले साल से नए और पुराने कोर्स ऑनलाइन शुरू किया जाए। दो साल पहले स्कूल ने जो 10 यूजी कोर्स को खोलने का प्रस्ताव दिया था, वे भी अब ऑनलाइन कोर्स के तौर पर शुरू होंगे। प्रस्ताव के मुताबिक, अभी चल रहे यूजी-पीजी कोर्स भी ऑनलाइन हो जाएंगे। स्कूल के गवर्निंग बॉडी ने इसे मंजूरी दे दी है।
एसओएल अब ऑनलाइन एजुकेशन पर फोकस कर रहा है। 2016 में एसओएल ने यूनिवर्सिटी को 10 नए यूजी प्रोग्राम ओडीएल मोड से शुरू करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे अब तक मंजूरी नहीं मिल पायी है। कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग के डायरेक्टर प्रो सीएस दूबे कहते हैं, अब हम इन्हें ऑनलाइन कोर्स के तौर पर लाने की तैयारी में हैं। ऑनलाइन एजुकेशन पर यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) का नया गजेट 2018 आया है, जिसके हिसाब से हम पुराने कोर्सों को भी मॉडिफाई करेंगे और नए भी लेकर आएंगे। कोर्स चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत होंगे। प्रफेसर दूबे का कहना है कि ऑनलाइन से मतलब है लेक्चर्स की लाइव स्ट्रीमिंग और इंटरनल असाइनमेंट या प्रोजेक्ट भी ऑनलाइन हों। इसके बाद स्टूडेंट्स का एग्जाम (30 से 50% वेटेज का) ऑफलाइन मोड पर हो। अभी ओडीएल गाइडलाइंस पर कोर्स चल रहे हैं और अगले साल ऑनलाइन गाइडलाइंस फॉलो की जाएगी। हमारी गवर्निंग बॉडी ने इसे पास कर लिया है। लेक्सर्च वगैरह के लिए लाइव स्ट्रीमिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है।
एसओएल में यूजी में बीए, बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स, पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स और इंग्लिश ऑनर्स पढ़ाया जाता है। मास्टर्स में हिंदी, पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, संस्कृत और कॉमर्स प्रोग्राम हैं। नए प्रस्तावित कोर्सों में बीएससी मैथ्स, बीए ऑनर्स हिस्ट्री, बीए ऑनर्स इकनॉमिक्स, बीए ऑनर्स हिंदी, बीए ऑनर्स साइकॉलजी, बीए ऑनर्स संस्कृत, बीए ऑनर्स हिंदी पत्रकारिता के अलावा तीन वोकेशनल कोर्स शामिल हैं। एसओएल में 4.2 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। यूजी फर्स्ट ईयर में करीब सवा लाख स्टूडेंट्स हैं।